मर्कटासन कैसे करें उसका दो विधि जानेंगे
प्रथम पोज और द्वितीय पोज में तो हम लोग करने की विधि को जानेंगे
तो चलिए उसका विधि देखते हैं
प्रथम पोज:-
पीठ के बल लेट कर दोनों हाथों को कंधों के समांतर फैलाएं
हथेलियां आकाश की ओर खुली हुई हो
फिर दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर नितंब के पास रखें
और अब घुटनों को दाएं ओर झुकाते हुए दाएं घुटने को भूमि पर टिका दें
बायां घुटना दाएं घुटने पर टिका हुआ हो
तथा दाएं पैर की एड़ी पर बाएं पैर की एड़ी टिकी हुई हो
गर्दन को बाएं ओर घुमा कर रखें
इसी तरह से बाई ओर से भी इस आसन को करें
द्वितीय पोज :-
पूर्व आसन की तरह लेट जाएं दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर नितंभ के पास रखें
पैरों में लगभग डेढ़ फुट का अंतर हो अब दाएं घुटने को दाएं और झुकाते हुए भूमि पर टिका दें
इतना झुकायें कि बायां घुटना दाएं पंजे के पास पहुंच जाएं
और बाएं घुटने को भी दाएं और दाएं घुटने के पास भूमि पर टिका दें
गर्दन को बाईं ओर मुड़कर रखें इसी तरह से दूसरे से भी करें
इसका लाभ:-
कमर दर्द सर्वाइकल स्पोंडिलाइटिस स्लिप डिस्क एवं साइटिका में बहुत अत्यंत लाभकारी है
2.पेट दर्द दस्त कब्ज एवं गैस को दूर करके पेट को हल्का बनाता है
3. नितंब तथा जोड़ के दर्द में विशेष लाभदायक है
4. मेरुदंड की सभी विकृतियां को भी यह बहुत आसानी से दूर करता है यह आसन अवश्य करें और स्वस्थ रहें ॐ
शुक्रवार, 1 नवंबर 2019
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