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गुरुवार, 20 जून 2019

पाप नहीं छुपता

बीसवीं सदी के महान संत सद्गुरु महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज हमेशा मनुष्यों का उद्धार करने में लगे रहते थे और घर-घर जाकर के हर गांव जाकर के मनुष्यों को जगाने का प्रयास किए और जीवन पर्यंत उन्होंने यही कार्य किया और उन्होंने बताया कि कोई कितना भी बड़ा आदमी हो कोई कितना ही बड़ा धनी हो अमीर हो गरीब हो चाहे वह इंजीनियर कलेक्टर डॉ इंस्पेक्टर सीएम पीएम कोई भी हो लेकिन उसे पाप का फल भोगना ही पड़ेगा से कोई नहीं रोक सकता है और पाप के प्रसंग पढ़ें एक प्रसंग सुनाया वह आप लोगों के सामने प्रस्तुत करने जा रहा हूं 👉 यूनान का बादशाह सिकंदर बचपन से ही बहुत तीक्ष्ण बुद्धि का था बचपन में ही उसके सिर पर दो सिंह निकल आया था शायद मांस का कोई किला बन गया होगा जब उसका मुंडन किया गया उस नाई को मार दिया गया और वह हमेशा अपने सिर को ढक कर ही रखते थे जिससे किसी को यह पता नहीं चले कि राजा सिकंदर के माथा पर दो सिंह है वह हमेशा छुपाते रहते थे और यह बात सिर्फ उसके परिवार में ही जानते थे इसके अलावा कोई नहीं जानता था जब वह बड़ा हुआ तो उसका जो भी नाई था उस वह एक अपना पद्धति बना लिया था की जो नाई उसका बाल काटता था उसको बाल काटने के बाद उसको फौरन मृत्युदंड दे दिया जाता था वह इसलिए कि अगर वह बच जाएगा तो बाहर में किसी के पास बोल देगा यही क्रम चलता रहा और एक दिन उसका जितना नाई था सिर्फ एक नाई बचा बाद बाकी सभी नाई मारा जा चुका था उस नाई को भी बाल बनाने के बाद जेल में कैद करके रखा जाता था और जेल में ही उसको हर तरह का सुविधा दिया जाता था क्योंकि डर था कि अगर वह अपने घर पर रहेगा या बाहर कहीं जाएगा तो वह बोल ही देगा इसलिए उसे हमेशा जेल में रखता था लेकिन जेल किया जो कोठरी था वह बांस से ही बना हुआ था और कुछ दिन के बाद उसी में से कोई वास बाहर निकाला गया और समाज में पता चल गया कि राजा को माथा पर दो सिंह है पूरा राज्य में फैल गया तो कहने का भाव यह है कि कितना भी पाप किया लेकिन वह पाप को पचा नहीं पाया इसलिए पाप नहीं करना चाहिए आप से हमेशा बचना चाहिए

1 टिप्पणी:

  1. सुन्दर लेख व विचार, गुरु महाराज के पावन विचार को सोशल मीडिया पर प्रकाशित करने के लिए धन्यवाद ।

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kumartarunyadav673@gmail.com

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श्री सद्गुरवें नमः आचार्य श्री रचित पुस्तक "पूर्ण सुख का रहस्य" से लिया गया है।एक बार अवश्य पढ़ें 👇👇👇👇👇👇👇👇 : प...