शासनाधीस
अपने को समझता लंदन का प्रिंस ।।
काम करता 20 से 19 ।
जनता के सामने दिखाता बोलने की हैबिट।।
राज से राजधानी तक।
टेलीविजन से आकाशवाणी तक ।
कश्मीर से कन्याकुमारी तक ।
अपनी कहानी सुनाता जनता के मुंह जवानी तक।। विधानसभा से लोकसभा।
पत्रकारों से मीडिया तक देता अपना भाभा ।
अपना काम का नहीं लेता जायजा।
विरोधी के बात का उठाता फायदा।।
विकास कार्य में नहीं दिखाता हिट।
गांव से दिल्ली तक नौकरशाह से लेता फिश। कालाबाजारी घूसखोरी को न करता डिसमिस ।
क्योंकि उससे मिलता है फिश ।
इसलिए उसको बार-बार करता प्रॉमिस।।
शासनाधीश।
अपने को समझता लंदन का प्रिंस।।
शुक्रवार, 5 जनवरी 2018
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
अंतर अजब बिलास-महर्षि हरिनंदन परमहंस जी महाराज
श्री सद्गुरवें नमः आचार्य श्री रचित पुस्तक "पूर्ण सुख का रहस्य" से लिया गया है।एक बार अवश्य पढ़ें 👇👇👇👇👇👇👇👇 : प...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
kumartarunyadav673@gmail.com