सत्संग में नित्य प्रति आओ
बनेगा तेरा निज काम रे
मनवा कर ले प्रभु का भक्ति
हो जाएगा तेरा कल्याण रे ।।1।।
सत्संग में सदाचार बताते
होता मन का विकार दूर रे
सत्संग में नित प्रति आओ
बनेगा तेरा निज काम रे।।2।।
ज्ञान और ध्यान से करो
नित दिनशप्रभु योग रे
तेरा काया मुक्ति पाएगा
होगा माया से वियोग रे।।3।।
कर ले गुरु का भक्ति
जानकर सतगुरु से युक्ति
जाएगा प्रभु का धाम रे
जीवन में साधना करते जाओ
यही तेरा निजी काम रे।।4।।
कहे "तरुण" संभल जाओ
नित्य जाओ सत्संग तरुणी से
होगा जब गुरु का कृपा
त्रान मिलेगा तुम्हे भव दुख से।।5।।
मंगलवार, 7 जनवरी 2020
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