कहानी हमारी जरा अलग सी हैं।
उनकी दिल्लगी जरा अलग सी हैं
बात आयें हकीकत दोनों की
बात मिलाना पूरा अलग सी हैं ।।1।।
चाल बिल्कुल गजब सी हैं
चेहरा, मोहरा अजब सी हैं
देखने वाले देखते रह जाये
कह देता वाह नायाब सी हैं ।।2।।
अंग में फुर्ती बिजली सी हैं
बोलने में आवाज करक सी हैं
दिल से पूछो बात उनकी
दिल कहता बहुत भोली सी हैं ।।3।।
~तरुण यादव रघुनियां
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