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शुक्रवार, 5 जनवरी 2018

हमें जिसकी तलाश थी वह मिल गई

हम को जिसकी तलाश थी वह मिल गई
दुनिया से सारे शिकवा गिला भूल गई।।
जब से नजर मिली दिल हिल गई।
पत्थर सा दिल था वह पिघल गई।।
तंहा में रहती थी वह भूल गई।
जब अखिया लड़ी हॉट खिल गई।
क्या कहूं यारो जिंदगी की सारी खुशी मिल गई।
अकेला सा जिंदगी में गुलाब सा खिल गई।।
तेरी कैसी शुक्रिया अदा करूं खुदा।
मेरी जिंदगी जिंदगी से थी जुदा
तेरी मेहरबानी से,
जिंदगी में हसीन फूल खिल गई।।
हमें जिसकी तलाश थी वह खुशी खुशी मिल गई।।

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