दया के सागर हैं मां
मां से ही सृष्टि भरी
नहीं तो संसार रह जाता धरी का धरी ।।1।।
माँ तो माँ हैं
मां बिना सुना संसार
जग में मां ही पालनहार
मां धरती की रक्षक है ।।2।।
मां तो मां है
मां बिना जीवन बेकार
जिंदगी में मचा रहता हाहाकार
जग में माँ ही पालनहार है।।3।।
जीवन रक्षक हैं मां
दुःखो की औषधि है माँ
सब दुख दूर करती हैं मां ।।4।।
माँ तो माँ हैं
माँ बिना सब टूगर कहते
हमेशा सब दो बात कहते
माँ बिना जग सूना लगते।।5।।
माँ तो माँ हैं
माँ से जिंदा संस्कार है
माँ से होठों पर मुस्कान हैं
समाज में अपना पहचान है ।।6।।
माँ से जीवन सुखकारी हैं
माँ के बिना मेरा अस्तित्व कहाँ
चाहो तो पूछ लो सारा जहाँ ।।7।।
माँ तो माँ हैं
माँ हैं तो हिम्मत हैं
माँ वाले खुश किस्मत हैं
माँ से ही जहां जन्नत हैं ।।8।।
माँ तो माँ हैं
माँ बिना जीवन नर्क हैं
माँ से जीवन स्वर्ग हैं
जीवन में खुशियों की लहर हैं।।9।।
माँ तो माँ हैं
माँ हमेशा दुःख सहती है
लाडला को प्यार से भर देती है।
जीवन में खुशियाँ खुशियाँ भर देती हैं।।10।।
माँ के चरणों में स्वर्ग हैं
माँ के चरणों में सुख हैं ।
माँ बिना संसार बिमुख हैं।।11।।
माँ तो माँ हैं
तरुण कितना ही बनो वफादार
सारा जहाँ ही माँ का कर्जदार
माँ तो ही सबका पालनहार ।।12।।
🙏🙏🙏माँ के चरणों में समर्पित कविता 🙏🙏🙏
✍सभी मित्रों को मातृदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
kumartarunyadav673@gmail.com