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सोमवार, 15 जून 2020

स्वामी श्रीधर बाबा का उपदेश

बीसवीं सदी के महान संत सद्गुरु महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज के प्रिय और प्रधान शिष्यों में सबसे महत्वपूर्ण से स्वामी श्रीधर जी महाराज का अमृत वचन आज आप लोगों के सामने प्रस्तुत है जो बहुत ही सख्त नियम और कानून कानून को पाबंदी से मानते थे और पालन भी करवाते थे और वह साधना पद्धति में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते थे आइए उसका पचोर प्रवचन को पढ़कर जीवन को प्रेरित करने का निश्चय ले👇👇👇

संस्कार ही जीवन है। 
संस्कार ही अगले जीवन को बनाता है। 
मानव-तन पाकर अच्छे गुणों को धारण करें।
 जो ईश्वर के भक्त होना चाहते हैं, उनको गुणग्राही होना चाहिए।
 मोह-जनित जितने भ्रम हैं, सबको सत्संग-भजन करके काट डालें।

           ज्ञान को मजबूत करने के लिए बारंबार सत्संग करना चाहिए। 
अत्यंत प्रेम से सत्संग में लगकर मन की मैल को धोइए।अंतःकरण को निर्मल करने के लिए सत्संग-भजन करना चाहिए। 
भजन करने से मनोविकारों से ऊपर उठ जाते हैं। 
सत्संग करने से कौए के समान कटु बोलनेवाले कोयल के समान मधुर बोलने लगते हैं। 
सत्संग करने से बगुले के समान विषयी आदमी हंस के समान गुणग्राही हो जाते हैं।
 सत्संग पाकर यदि हम नहीं सुधरें, तो बहुत बड़ा अभाग्य है। ज्ञान ही पारस है, मन लोहा है। 
योगी भी बहुत बार जन्म लेते हैं; लेकिन ध्यानाभ्यास करते-करते पापों से मुक्त हो जाते हैं, 
तब किसी पापकर्म में नहीं फंसते हैं, 
जैसा कि वर्णन है -

    बिधिबस सुजन कुसंगति परहीं।
    फनि मनि सम निज गुन अनुसरहीं।।

इन सब बातों पर हम सबों को ध्यान देना चाहिए।
 स्वामी श्रीधर जी महाराज का प्रवचन का यह अंश यहां पर समाप्त हुआ अगले अंश लेकर हाजिर होऊंगा तब तक आप इसको पढ़कर मनन करें 
मनन करने के बाद जीवन में उतारने का प्रयास करें श्रीधर जी महाराज ने बहुत ही सरल सरल शब्दों में रहस्यमय ढंग से और जो गुरु महाराज ने बताया था 
उसको अक्षर से पालन किया और पालन करते हुए अपने जीवन को उसी में ढाल लिया 
और गुरु महाराज ने कहा कि जो मैं हूं वह श्रीधर है अर्थात दोनों में कोई अंतर नहीं कहने का भाव हुआ
 कि जिस तरह से हम लोग गाते हैं कि हम प्रभु प्रभु एक ही होए द्वद्व  अरे द्वैत रहे नहीं कोई अर्थात सब एक मेक होकर गए और इसी तरह आप भी हो सकते हैं 
प्रवचन को पढ़कर के जीवन में उतारने का प्रयास करें और सदगुरु महाराज के जो युक्ति है जो मार्ग है जो पद्धति है उसको अगर नियम अनुसार करेंगे श्रद्धापूर्वक करेंगे 
सदाचार का पालन करते हुए करेंगे तो अवश्य ही लोक और परलोक दोनों बदलेगा दोनों सड़ जाएगा और अंत में मोक्ष भी मिलेगा 
इसलिए आप इसी तरह का और भी प्रवचन पढ़ने के लिए नीचे में ढेर सारा प्रवचन गुरु महाराज का है शाही स्वामी का है और संतसेवी बाबा का है आप जाकर के सभी का पढ़ सकते हैं 
और उस का गहन अध्ययन करके मन कर के जीवन में उतारें
 और अपना जीवन को संवारने का प्रयास करें यही मेरा एक सोच है 
और इसी पद्धति के साथ यह सेवा थोड़ा सा करने का प्रयास किया हूं ..
जय गुरु
                         

 

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