सब के होंठ पर खुशी छाया है
सब मिलकर घाट बनाते हैं
आपस में खुशियाँ बांटते हैं ।।1।।
घाट बनाकर ,बढिया से लिपकर
केला के पौधे काट कर लाते हैं ।
चारों कोनों पर केला पौधे लगाकर
पेपर ,फूल,पत्ती से खूब सजाते हैं ।।2।।
सूप में फल फूल,खीर पूरी लेकर आते हैं
सब मिलकर सूर्य देव को अर्ध्य देते हैं
ऐसे ही हम सब छठ पर्व मानते हैं ।।3।।
आदित्य देव को दो दिन अर्ध्य देते हैं
पहला दिन सूर्यास्त को अर्ध्य देते हैं
दुसरा दिन सुबह सूर्योदय को देते हैं
इसे हिन्दु का सबसे बड़ा पर्व कहते हैं ।।4।।
मेरे हिन्दुस्तान का सबसे पर्व हैं
जिसे दुनिया वाले छठ पर्व कहते हैं
बिहार में बहुत धूमधाम से मनाते हैं
प्यार, एकता का संदेश पहुँचाते हैं ।।5।।
~तरुणयादवरघुनियां
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