किसी के मुस्कुराने की वजह बन जाओ
दीन, दुखियों की एक सहारा बन जाओ।।
लग्न से मेहनत करके सितारा बन जाओ
इमान के सहारे सबके तारा बन जाओ।।
किसी को जरूरत पड़े काम आ जाओ
हां दुश्मन को कहने से बाज आ जाओ।।
ग़म में डूबे का सुकूं का लम्हा बन जाओ
नहीं पूछने वाले का आवाज बन जाओ।।
टूटे दिल वालों का मरहम बन जाओ
वीरान जिंदगी का रौशनी बन जाओ।।
~तरुण यादव रघुनियां
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