जिसमें जिंदगी का नुस्खा नहीं।।
ऐसी कोई किताब नहीं
जिसमें संघर्ष का किस्सा नहीं।।
ऐसी कोई किताब नहीं
जिसमें दर्द का अल्फाज नहीं।।
ऐसी कोई किताब नहीं
जिसमें मां की चर्चा नहीं।।
ऐसी कोई किताब नहीं
जिसमें इश्क की चर्चा नहीं।।
ऐसी कोई किताब नहीं
जिससे कुछ सीखा नहीं।।
~तरूण यादव रघुनियां मधेपुरा
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