गुरुवार, 5 अगस्त 2021
अब समझो खत्म कहानी हो गई
अपनी तो शुरू नई जिंदगानी हो गई
ये बता तुझे क्यों परेशानी हो गई।।1।।
तेरी मेरी कहानी पुरानी हो गई
फरेबी सोच पानी पानी हो गई
दिखने में तुम बुढी नानी हो गई
सुनकर बड़ी परेशानी हो गई।।2।।
मुसझे बड़ी नादानी हो गई
सोच कर आंखों में पानी हो गई
सच में तू लाखों की जानी हो गई
तेरी सोच बिल्कुल खानदानी हो गई।।3।।
मेरा सोच इंसानी हो गई
हां लाखों मेरा दिवानी हो गई
तेरी मेरी बात ना कर तू
तेरी मेरी कहानी पुरानी हो गई।।4।।
~तरूण यादव रघुनियां
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