आद्रता आई बदरा छाए
संग में रिमझिम वर्षा लाई
रिमझिम रिमझिम वर्षा बरसे
किसान देख बड़ हुलसे
धान बीज भू से जाग निकले
रिमझिम फुहारों बरसे
बीज का जवानी अड़से
किसान देख बड़ हुलसे
दौरे खेत तरफ तरके
बीज का अंकुरण ललके
किसान देख बड़ हुलसे
कुदाल हल बैल लै तैयार हुए
हल कंधे पर ले खेत को चले
कोना कानी छापा छिपा
जोत खेत तैयार किए
रिमझिम रिमझिम वर्षा बरसे
किसान देख बर हुलसे
बीज को बोये अरमा संजोए
रिमझिम वर्षा भिगोए
किसान देख बड़ हुलसे
रिमझिम रिमझिम वर्षा वर्षा
आद्रता अपने जवानी ले आए
आषाढ़ में वर्षा ले आए
किसान देख बड़ हुलसे
रिमझिम रिमझिम वर्षा वर्षे
आद्रता का बदरा देखें
किसान ले खुशहाली अड़से
रिमझिम रिमझिम वर्षा बरसे।।
शनिवार, 6 जनवरी 2018
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