भारत माता की पुकार, आओ मेरे दुलार
बरछी ढाल कृपाण और लेकर तलवार
दुश्मन के सीने पर करो वार हो जाए आर-पार
मैंने सब चीज से संपन्न किया ,माता का प्यार दिया फोलादी जीवन जीने के लिए ,सुंदर आसमान दिया
भारत माता की पुकार आओ मेरे दुलार
रंग बिरंगा संसार में सुंदर सा वातावरण दिया
मैं अपने अरमानों के लिए तुम्हारे खून में जोश दिया जीने पाने सेवा करने को सुंदर परिवेश दिया
मेरी इज्जत अरमान के लिए भरो ललकार
तुझ में जोश उमंग रोश है करो दुश्मनों पर वार
रहने सोने खाने को सुंदर सा अवशेष दिया
एकता अखंडता संप्रभुता के लिए धर्मों का अवशेष दिया
सब धर्मों के समावेश में अखंडता का संदेश है
दुश्मन कुछ भी सोचे गिरने का संदेश है
भारत*******
रविवार, 5 अगस्त 2018
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
आनंद और मंगल की जड़ सत्संग हैं -संत सदगुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज
बीसवीं सदी के महान संत सदगुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज का प्रवचन को पूरा देखें 👇🙏👇 🙏🕉️ *जय गुरूदेव* 🕉️🙏 आनन्द और मंगल की जड़ : ...

धन्यवाद
जवाब देंहटाएं