संसार में मौज दिन रात मनाते हो
प्रभु से वादा क्यों भूल जाते हो
यहां तो खुशी-खुशी रह जाते हो
वहां के लिए क्यों भूल जाते हो।।1
जब जम राज के दरबार जाएगा
सर पर दुख का पहाड़ गिर जाएगा
कोई न वहाँ तेरा साथ आयेगा
केवल अपना कमाई ही काम आएगा।।2
अपने को सतगुरु के शरण में सौप दो
हर मोह माया को जल्दी ही छोड़ दो
निजी कमाई में अपने मन को जोड़ दो
बाकी सब सद्गुरु की कृपा पर छोड़ दो।।3
केवल सतगुरु ही काम आएगा
जम के मुगरी से वही बचायेगा
भव सिंधु दुख से त्राण दिलाएगा
अंत में आवागमन से मुक्त कराएगा।।4
बुधवार, 1 मई 2019
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