कपालभाति प्राणायाम कैसे करते हैं?
तो कपालभाति प्राणायाम का सबसे पहले अर्थ जानेंगे
कपालभाति, कपाल का अर्थ होता है मस्तिष्क और भांति का अर्थ होता है आभा, तेज और प्रकाश आदि
🧘♂️👉 जिस प्राणायाम के करने से मस्तिष्क पर आभा और और तेज बढ़ता है उसे ही कपालभाति प्राणायाम कहते हैं
कपालभाति करते समय नाभि के क्षेत्र में जोर से झटका मारते हैं और झटके के साथ हवा को बाहर निकालते हैं ध्यान केवल हवा को झटका देकर बाहर निकालने पर ही लगाते हैं इस क्रिया को 1 सेकंड में एक बार ही करना चाहिए और कम से कम यह क्रिया 10 मिनट तक करें असाध्य रोग से जो पीड़ित हैं तो वह 15 मिनट या आधा घंटा तक भी कर सकते हैं
हृदय रोगी के लिए धीरे धीरे करने का हीदायित है
इस क्रिया को करते समय आप मन ही मन ओम का भी जाप कर सकते हैं
अगर ज्यादा परेशानी हो तो विश्राम भी कर लीजिए
👉 सावधानी:- गर्भवती महिलाएं मासिक धर्म में और जिनका ऑपरेशन 6 महीना के अंदर हुआ हो उसे कपालभाति प्राणायाम नहीं करना चाहिए
👉 लाभ:- कपालभाति प्राणायाम के अभ्यास करने से मुख पर तेज ओज और सुंदर बढ़ता है
1.हिरदे फेफ्रा मस्तिष्क के सभी रोग दूर होते हैं
2.मोटापा गैस कब्ज आदि के विकार दूर होते हैं
3. डिप्रेशन से छुटकारा मिलता है
4. पेट के सभी रोग दूर हो जाते हैं
सोमवार, 22 जुलाई 2019
कपालभाति प्राणायाम कैसे करें
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