अक्सर आप 15साल सुन रहे हैं कि बिहार में विकास हो रहा है
जिस तरह से बिहार में मीडिया ने बिहार के विकास को आसमान तक पहुंचा दिया लेकिन हकीकत में बिहार में विकास हुआ है या नहीं हुआ है
इसका पूरा साफ-साफ नजारा आप बिहार में चमकी बुखार के प्रभाव से समझ सकते हैं
और मीडिया को अब लगता है कि बिहार में चमकी बुखार से बिहार की चमक खत्म हो गया क्या ऐसा सच में हुआ है नहीं नहीं,
ऐसी कोई बात नहीं है आपको हकीकत के तह में जाना होगा जब आप विगत साल के स्थिति के तह में जाइएगा तो आपको साफ-साफ समझ में आएगा कि इस 15 साल के अंतराल में जो कुछ भी परिवर्तन हुआ है वह केंद्र के केंद्रीय योजना से ही हुआ है
चाहे आप बिजली की व्यवस्था देख लीजिए चाहे आप सड़क की व्यवस्था देख लीजिए चाहे आप स्वास्थ्य में थोड़ी सी सुधार देख लीजिए यह सब केंद्र सरकार का केंद्रीय योजना का थोड़ा सा एक सबूत है
लेकिन इसका क्रेडिट लेने में बिहार सरकार पीछा नहीं हटा और उन्होंने कह दिया और मीडिया को भी अपने और मोड़ लिया और कह दिया कि बिहार का विकास मैंने किया हूं
लेकिन भाइयों जो हकीकत होता है वह तो सामने आ ही जाता है जब बिहार में विकास हुआ और सरकार कह रहे हैं कि मैं विकास किया हूं शिक्षा के क्षेत्र में और आज आप को शिक्षा के क्षेत्र का का पड़ताल करनी हो तो अगर मीडिया निष्पक्ष रूप से किसी भी स्कूल में जाकर अगर पड़ताल करें उसे पता चलेगा कि कहां से अनपढ़ स्कूल में आ गया है जो भी शिक्षित है जो भी योग शिक्षक के लायक हैं वह रोड पर घूम रहे हैं और जो नालायक हैं वह आज स्कूल में शिक्षक के रूप नहीं नायक के रूप में मौज करते हैं और घंटो घंटो एक कमरे में बैठकर शिक्षक और शिक्षिका वही मध्यान भोजन का मांस मछली और अपना ऐसो आराम करते हैं तो यह है बिहार की असली शिक्षा व्यवस्था और भी शिक्षा व्यवस्था गिरते जा रहे हैं और बिहार सरकार कहता है कि मेरा शिक्षा सबसे टॉप रन स्कोरर है इधर 5 साल का अगर आप ब्योरा देख लीजिए तो हर चीज में बिहार का स्कोर नीचे गिरते जा रहा है इससे तो एक बात साफ पता लगता है कि बिहार में विकास नहीं हो रहा सिर्फ केंद्र जो देता है उससे यह जो कर लेता है तो नाम अगर नहीं दिया तो घटना घटेगा और होगा बदनाम और इसी का उदाहरण है बिहार में मुजफ्फरपुर का चमकी बुखार इसका प्रभाव इसका प्रभाव बिहार के लगभग 13-14 जिला पर खासा प्रभाव पड़ा और कम से कम 1000 बच्चे का जान गया यह हकीकत है लेकिन मीडिया वालों और सरकार का रिकॉर्ड में 300 तक भी दर्ज नहीं है उसमें भी लगभग लगाकर लिखा है क्योंकि
सरकार किसी के जान माल की कीमत को नहीं समझ रहे हैं अपने पद अपने ऐसो आराम और अपने जो विभाग के ऐसो आराम में ही सब कुछ समझ रहे हैं अच्छा होता है लेकिन अब इस को सुधारना होगा क्योंकि अगर आप बिहार में स्वास्थ्य के क्षेत्र में देख लीजिए तो आप हो मरने के सिवा कोई उपाय नहीं है अगर जिस किसी को भी सीरियस बुखार लग जाए सीरियस बीमारी हो जाए तो सरकारी अस्पताल उसके लिए मौत का दरवाजा खोल के रखा हुआ है आप जाइए और मौत को अपने साथ खिलाइए यह है बिहार के विकास की असली हकीकत और इससे छुटकारा अगर पाना चाहते हैं तो प्राइवेट अस्पताल में जाना पड़ता है और क्यों ना जाए क्योंकि प्राइवेट में सभी चीज की व्यवस्था उपलब्ध है और जो भी नहीं होने वाला है वह भी होता है लेकिन एक बात गौर से सूची जिसके पास पैसा है वह तो चला जाता है लेकिन जिसके पास पैसा नहीं है उसको मुफ्त में मौत जरूर मिलता है क्या इसी तरह बिहार का विकास होता रहेगा क्या इसी तरह बिहार में चमकी बुखार बिहार के बच्चों की चमक और रौनक को खत्म करता रहेगा
कब यह विभीषिका खत्म होगा।
बिहार के हर जिले में जितना भी बच्चा मरा है उसका डाटा सरकार के पास पूरा पूरा नहीं है और कहता है कि मैं चमकी बुखार पर काबू कर लिया
इस तरह के बीमारी का हल खोजना जरूरी है नहीं तो हर साल हजारों बिहार के बच्चा को अपने जिंदगी से हाथ धोना पड़ता है
और इस पर बिहार के नेता राजनीति करते हैं और अपना राजनीतिक रोटी सेकते हैं जो कि बहुत ही निंदनीय है और उसमें सत्ताधारी पक्ष तो दोनों और का स्वाद सकते हैं लेकिन इस सब को छोड़ कर के ऊपर उठना होगा और
बिहार के मासूम बच्चों के लिए कुछ सोचना होगा तभी जाकर के बिहार के बच्चे के मुंह पर चमक आएगा नहीं तो चमकी बुखार हर साल बिहार की चमक को खत्म करता जाएगा
और इसके लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार को कदम उठाना चाहिए बात तो बहुत कर लिए अब तो काम करने का बात है हर जगह के स्वास्थ्य केंद्र और जिला के स्वास्थ्य केंद्र और विशेष ध्यान दीजिए सब का आधुनिकरण ना चाहिए नए स्तर से उसमें डॉक्टर का बहाली होनी चाहिए कडा होना चाहिए।
शनिवार, 27 जुलाई 2019
चमकी बुखार ने बिहार की चमक बतला दिया
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
अंतर अजब बिलास-महर्षि हरिनंदन परमहंस जी महाराज
श्री सद्गुरवें नमः आचार्य श्री रचित पुस्तक "पूर्ण सुख का रहस्य" से लिया गया है।एक बार अवश्य पढ़ें 👇👇👇👇👇👇👇👇 : प...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
kumartarunyadav673@gmail.com