
ॐ सज्जनों
आज आप लोगों को बैठने के लिए
आसन के बारे में बताएंगे इससे पहले
आप लोगों को पिछली कड़ी में सूक्ष्म व्यायाम पैर के लिए
हाथ के लिए मांसपेशी के लिए और
जितना भी ही सूक्ष्म प्राणायाम है उस सभी
आप लोगों के बारे सामने प्रस्तुत किए थे
इसी भस्त्रिका प्राणायाम कपालभाति प्राणायाम
बाह्य प्राणायाम उद्गीथ प्राणायाम उज्जाई प्राणायाम शीतली प्राणायाम शीतकारी प्राणायाम नाड़ी शोधन प्राणायाम आदि
आप लोगों के सामने प्रस्तुत किया गया था आज
हम लोग जिस बिंदु पर जिक्र करेंगे वह बिंदु है आसन
के बारे में तो हम लोग
आज सुखासन के बारे में जानेंगे
सुखासन कैसे करें?

👉🧘♂️ पालथी मारकर मेरुदंड की हड्डी को बिल्कुल सीधा करके
और हाथ को घुटनों पर रखें
जिस स्थिति में बढ़ने पर सुख की अधिक
से अधिक अनुभूति होती है
और दहेज में भी कोई कमी नहीं आता है
उसे ही सुख आसन कहते हैं
और आसन सबसे आसान है और
प्रायः अधिकांश लोग इसी आसन में बैठते हैं
और यह आसन करते हैं क्योंकि
इससे अधिक लाभ भी होता है
और अधिक सुख भी होता है
और कोई कष्ट की अनुभूति भी नहीं के बराबर होती है
तो आप लोग अगर सुखासन करें
तो बहुत अच्छी बात है
योग करें नीरोग रहें
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