जय जय हे सरस्वती माता
दुनिया की भाग्य विधाता
तू ही सबकी पालनकरती
माता सब में ज्ञान भरती।।1।।जय जय.....
तेरी आराधना करती हूं माता
हम बालक है तुम्हारी माता
एक बार नजर दो हे माता
हम सब हैं अज्ञानी माता।।2।।जय जय...
माता तू है ज्ञान की भंडार
भरती है सब में संस्कार
दया करो माता एक बार
हम सब बालक है तुम्हार।।3।।जय जय...
दुनिया से ठोकर खाया हूँ
तुम्हारी शरण में आया हूँ
धूप,नैवेध सब चढाया हूँ
दया करो मां, अज्ञानी हूँ ।।जय जय ...
पूजा करो स्वीकार मां
दर्शन दो एक बार मां
तरूण की विनती मां
अंत:प्रकाश भर दो मां।।जय जय....
दुनिया की भाग्य विधाता
तू ही सबकी पालनकरती
माता सब में ज्ञान भरती।।1।।जय जय.....
तेरी आराधना करती हूं माता
हम बालक है तुम्हारी माता
एक बार नजर दो हे माता
हम सब हैं अज्ञानी माता।।2।।जय जय...
माता तू है ज्ञान की भंडार
भरती है सब में संस्कार
दया करो माता एक बार
हम सब बालक है तुम्हार।।3।।जय जय...
दुनिया से ठोकर खाया हूँ
तुम्हारी शरण में आया हूँ
धूप,नैवेध सब चढाया हूँ
दया करो मां, अज्ञानी हूँ ।।जय जय ...
पूजा करो स्वीकार मां
दर्शन दो एक बार मां
तरूण की विनती मां
अंत:प्रकाश भर दो मां।।जय जय....
✍✍✍तरुण यादव रघुनियां
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