जय जय जय हे मां शारदे
हमको ज्ञान का भंडार दे,
धूप,नैवेध,पुष्प चढाया हूँ
मां तेरी शरण में आया हूँ ।।1।।जय जय जय...
आपने भक्तों को तारा हैं
भव सागर पार उतारा है,
कालीदास को ज्ञान दिया
जग से भी बेरा पार किया।।2।।जय जय जय...
आस है माता तुम्हारी ओर
नजर दो हे माता मेरी ओर
विनती करता हूँ हाथ जोर
ज्ञान,ध्यान से करो सरावोर।।3।।जय जय जय...
तरूण स्तुति करता कर जोर
एकबार नजर दो मेरी ओर
आस है माता कृपा की तोर
भक्तों से माता नजर न मोर।।4।।जय जय जय ...
हमको ज्ञान का भंडार दे,
धूप,नैवेध,पुष्प चढाया हूँ
मां तेरी शरण में आया हूँ ।।1।।जय जय जय...
आपने भक्तों को तारा हैं
भव सागर पार उतारा है,
कालीदास को ज्ञान दिया
जग से भी बेरा पार किया।।2।।जय जय जय...
आस है माता तुम्हारी ओर
नजर दो हे माता मेरी ओर
विनती करता हूँ हाथ जोर
ज्ञान,ध्यान से करो सरावोर।।3।।जय जय जय...
तरूण स्तुति करता कर जोर
एकबार नजर दो मेरी ओर
आस है माता कृपा की तोर
भक्तों से माता नजर न मोर।।4।।जय जय जय ...
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