इस पर पर विश्वास रखो इस वर्ष इस वर्ष से विश्वास करना चाहिए कि वह हमारा कल्याण करेंगे और इसके लिए प्रभु का भक्ति करो सद्गुरु के सेवा तो आइए
प्रवचन को पूरा पढ़ते हैं और
जीवन में उतारने का प्रयास करते हैं
ईश्वर पर विश्वास होना चाहिए कि वे जो कुछ करते हैं, हमारे हित के लिए ही करते हैं।
एक अंग्रेज अपनी पत्नी के साथ समुद्र की यात्रा कर रहा था। अचानक आँधी आ गयी।
जहाज डूबने-डूबने को हो गया।
सभी यात्री घबड़ा गये; लेकिन वह अंग्रेज शान्त मुद्रा में बैठा था।
उसकी पत्नी उसके पास जाकर बोली - 'आपको कुछ पता भी है या नहीं ?
जलयान डूबने को है और आप इस तरह निश्चिन्त बैठे हुए हैं !'
अंग्रेज ने अपनी तलवार म्यान से खींचकर
उसके ललाट पर सटाते हुए पूछा - 'बोल, तुझे डर लगता है कि नहीं,
तुझ पर तलवार से आघात करने जा रहा हूँ।'
वह बोली - 'इस कुसमय में आपको हँसी कैसे सूझ रही है ?'
अंग्रेज बोली - 'मैं जो पूछ रहा हूँ, उसका जबाब दो।' वह बोली - 'आपसे मुझे डर कैसा !
आप तो भरण-पोषण करने वाले मेरे पति हैं।
शरीर से भिन्न होते हुए भी हम एक-दूसरे से अभिन्न हैं।
मुझे विश्वास है कि आप मुझ पर तलवार नहीं चला सकते।'
अंग्रेज ने इस पर कहा - 'जिस तरह तुम्हें अपने पति की सद्भावना पर विश्वास है कि वह तुम्हारा अहित नहीं कर सकता,
उसी तरह मुझे संसारपति परमात्मा पर विश्वास है कि वह हमारा अहित नहीं करेगा;
जो कुछ करेगा, हमारे हित के लिए ही करेगा।
आँधी उसके हाथ में है।
इसीलिए मैं निश्चिन्त होकर बैठा हूँ।'
रन वन व्याधि विपत्ति में, वृथा डरहु जनि कोय।
जो सहाय जननी जठर, सो प्रभु गये कि सोय।।
जय गुरु
ईश्वर में विश्वास रखिए और संत सद्गुरु का शरण में जाकर के सदयुक्ति ले करके इस पर का भजन करते हुए पंच पाप से बचकर रहिए
और सदा प्रवचन का साथ रखिए और ध्यान भजन करते रहिए
यह लोक परलोक दोनों संबर जाएगा
और ईश्वर आपका कल्याण करेगा
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