यहां पर आप को दुनिया का सबसे शानदार और रोचक तथ्य के बारे में बताया जाएगा और हिंदुस्तान के अलावा पूरा विश्व के बारे में

मेरे बारे में

Breaking

शनिवार, 25 जुलाई 2020

ना अहंकार कर

पद के लोभ में न कभी अहंकार कर
जिंदगी यूँ न बीत जाये ,प्रभू को यादकर यादकर।।1।।


 प्रभु के चक्र से कोई नहीं बचा स्वीकार कर अहंकार ईर्ष्या द्वेष लोभ मोह का तिरस्कार कर तिरस्कार कर।।2।।


 इस अनमोल जीवन को माया में ना विस्तार कर 
जो पल बच गया है प्रभु का गुणगान कर गुणगान कर।।3।। 

जितना मिला प्रभु का प्रसाद समझ स्वीकार कर
 अपने हित के लिए औरों पर प्रहार कर प्रहार कर।।4।। 

क्षणभंगुर जीवन पर कभी ना एतबार कर
 यह दुनिया किसी का ना हुआ ना होगा पूरा विश्वास कर विश्वास कर।।5।।


 जीवन को शतपथ पढ़ ले कर चल सदाचार को स्वीकार कर
 मानव जीवन को सफल बना कर संसार का उद्धार कर उद्धार कर।।6।।


 तरुण इस तरुणी के घमंड में पल भर ना समय बर्बाद कर 
परमात्मा की भक्ति में लीन हो जीवन को उजाड़ कर गुजार कर।।7।।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

kumartarunyadav673@gmail.com

आनंद और मंगल की जड़ सत्संग हैं -संत सदगुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज

बीसवीं सदी के महान संत सदगुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज का प्रवचन को पूरा देखें 👇🙏👇 🙏🕉️ *जय गुरूदेव* 🕉️🙏 आनन्द और मंगल की जड़ : ...