वक्त के नज़ाकत से आशिक बनते हैं ।।1।।
मतलबी दोस्ती को प्यार कहते हैं
नहीं तो सब बेवफा ही कहते हैं ।।2।।
पल भर के मिलने को प्यार कहते हैं
साथ के लिए पेरेन्टस पर छोड़ते हैं।।3।।
प्यार का परिभाषा बदल गया है
हवस की सबको निगल गया है ।।4।।
नैन मटकाना,मुस्कुराना,प्यार हैं
समझो 16 आना जीवन बेकार है।।5।।
फोन करना, हाय ,हैलो करना, प्यार हैं ।
वक्त बीत जाये तो दूसरा का इंतजार हैं।।6।।
साथ घूमना, होटल में खाना, प्यार हैं।
बस पैसा खत्म, माँ बाप का इंतजार हैं।।7।।
शहर में शुद्ध दूध किसको नहीं पचते हैं
लड़का टाऊन में प्यार का पंचनामा पढ़ते हैं।।8।।
~तरुण यादव रघुनियां
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