दिल तोड़ देते हैं ।
प्यार करने वाले अक्सर
तन्हा छोड़ देते हैं ।।1।।
कच्ची उम्र की डाली पर
सुंदर फुल लगते हैं
नौसिखिये कहाँ कम रहते
सुगंध को पकड़ लेते हैं।।2।।
यौवन के दहलीज पर मन
भौंरा बन बन घुमते हैं।
फूल भी कहाँ कम रहती हैं
सतरंगी रूप दिखाती हैं।।3।।
दिल के दारोगा ने फोन किया
मन को कैद करना हैं।
दिल की गरदिश के तहखाने में
फूल में मशगूल होना हैं।।4।।
~तरुण यादव रघुनियां
#तरूणयादवरधुनियां
#tarunyadavraghuniya
#raghuniya
#gajal
#kavita
#najm
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
kumartarunyadav673@gmail.com