संस्कृति का समर्पण हैं ।
100 करोड़ बेटा बेटी हैं।
गूगल की ऐंठकर बैठी है।।1।।
आजादी से पहचान तक
घरती से आसमान तक
दुनिया के कोने-कोने तक
सड़क से बिछौने तक
सबकी हिंदी जुवान हैं ।
हिन्दुस्तान की यही पहचान है।।2।।
सभ्यता संस्कृति की पहचान है
राष्ट्र के राष्ट्रीयता की जान हैं ।
भाषा नहीं ये जन की प्राण है
गौरवशाली इतिहास की निशान हैं।।3।।
हिंदी पर दुनिया का मन डोल रहा है
हर एक जुबां हिंदी के लिए सोच रहा हैं
दुनिया की 175 विश्वविद्यालय बोल रहा है
सब जगह भाई भाई की नाता जोड़ रहा है ।।4।।
हिंदी ही हिन्दु स्तान की पहचान है
इन्हीं से संसार में एक अलग नाम है।
मेरी मातृभाषा हिंदी तुझे प्रणाम हैं
हिंदी दिवस हर पल हो यही जयगान है ।।5।।
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