कोई पास तो कोई फेल है
कैसे अपने को समझाऊं
यही तो बड़ा झमेल है।।1।।
सोच सोचकर दिमाग खराब है
लोग कहता पीया शराब हैं
अंदर खाना नहीं घंस रहा
लगता मेरा हिस्सा कटेल हैं।।2।।
सपना बहुत सजाया था
रच रचकर दोस्त को सुनाया था
मेरा नाम कोई मोल हैं
अंक अंक का खेल हैं।।3।।
खूब जलवा दिखाया था
एक महबूबा बनाया था
लगता वो भी हाथ से गेल हैं
अंक अंक का खेल हैं।।4।।
भाई करो जतन से पढ़ाई
नहीं होगा कोई जग हंसाई
जिंदगी नहीं जेल हैं
अंक अंक का खेल हैं।।5।।
~तरूण यादव रघुनियां, मधेपुरा
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