जुदाई,तन्हाई का गम पी रहा हूं।
रात तो कटती नहीं है
तेरी यादों में दर्द सी रहा हूं।।1।।
आंखों में आसूं की लड़ी
दिल में यादों की कड़ी
तेरी profile को देखकर
दिल को तसल्ली दे रहा हूं।।2।।
तेरी पायल की छम-छम
कानों में कर रही घन घन
आंखें बंद कर सुन रहा
तेरी यादों में ऐसे ही जी रहा हूं।।3।।
~©तरूण यादव रघुनियां मधेपुरा
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