इस महामारी में मिट गया सबका स्थान
घर में एकांत में बैठकर
सब कहते हे भगवान हे भगवान।।1।।
क्या गरीब क्या है धनवान
मत करना तू अभिमान
अभिमान सबका टूट गया
सब कहता हे भगवान हे भगवान।।2।।
बहुत घूम घूम कर देता था ज्ञान
अब बताओ क्या है पहचान
समय का तकाजा देखो
सब कहते हे भगवान हे भगवान।।3।।
इस समय गरीब,मजलूम का मदद करो
जिसका आक्सीजन बिना छूट रहा प्राण
इस दुःख में जमीर नहीं जागा तो
कभी नहीं माफ करेंगे भगवान
फिर तुम रटते रहना हे भगवान हे भगवान।।4।।
~तरूण यादव रघुनियां,मधेपुरा, बिहार
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