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बुधवार, 15 मई 2019

क्या आप ईश्वर का दर्शन करना चाहते हैं

एक बार की बात है एक युवा में ईश्वर को दर्शन पाने की ललक पैदा हो गई और वह ईश्वर दर्शन के लिए प्रत्येक व्यक्ति से प्रश्न करते हैं की क्या आप ईश्वर को देखे हैं और वह युवा पूछते पूछते उत्तर नहीं मिलने पर एक बार वह स्वामी विवेकानंद के पास पहुंचे और स्वामी विवेकानंद से प्रश्न किया कि क्या आप ईश्वर को देखे हैं तो उस युवा के रूचि को देख कर के बहुत ही सरल शब्दों में स्वामी विवेकानंद ने कहा हां मैं देखा हूं और ईश्वर का दर्शन करा सकता हूं क्या आप ईश्वर का दर्शन करना चाहते हैं तो उस युवक का फौरन जवाब था हां तो स्वामी जी ने कहा कल इसी वक्त आना और तुम मेरे साथ चलना तुमको हम ईश्वर का दर्शन करा देंगे और उसके बाद दूसरे दिन वह युवक स्वामी विवेकानंद के पास पहुंचा और स्वामी जी से कहा हमको अब ईश्वर का दर्शन कराइए स्वामी जी मुस्कुराते हुए बोले जरूर ईश्वर का दर्शन कराएंगे कोई दौर कुछ देर तो रुको कुछ देर के बाद स्वामी विवेकानंद और वह युवक चल दिए गंगा के किनारे घूमने के लिए जब गंगा किनारे पहुंचते हैं तो स्वामी जी उस गंगा में जाकर स्नान करने लगते हैं और उस युवक को इशारा करते हैं कि यहां आओ तुम को ईश्वर का दर्शन अभी करा देते हैं और वह युवक भी दूर करके गंगा में चला गया जहां पर स्वामी जी स्नान कर रहे थे स्वामी जी के पास पहुंचा ईश्वर का दर्शन कराइए स्वामी जी झट से उसका गर्दन पकड़ा और उस गंगा के पानी में उसे डूबा दिया और जब गंगा के पानी में उसे डरा दिया कुछ देर उसके सर को पानी में दवाई रखा और इतना दिन में वह बेचैन हो गया तबाह हो गया और उसके बाद जैसे ही उस युवक को छोड़ते हैं वह युवक गंगा के पानी से भागते हुए किनारे पर आते हैं और कहते हैं हमको क्या पता था कि आप हमें यहां मारने के लिए लाए हैं अगर यह बात पता होता कि आप साधु नहीं हैं आप हम को मारना चाहते हैं तो हम आपके पास आते भी नहीं तो इस पर स्वामी विवेकानंद ने कहा एक बात बताओ अगर जिस समय मैं तुम्हारे सिर को पानी में डूबा के रखा हुआ था उस समय तुम को क्या किसी का याद आ रहा था तो उस युवक ने जलाते हुए कहा क्या मरने वाले को कोई ख्याल आता है हमको तो सिर्फ एक ही ख्याल था कि हे भगवान किसी तरह से हम को बचा लो किसी तरह से हम को बचा लो सिर्फ एक पढ़ो का ही ख्याल आ रहा था तो इस पर स्वामी जी ने कहा क्या तुमको अपने परिवार धन-संपत्ति ख्याल नहीं आ रहा था तो युवक ने कहा उस समय तो सिर्फ यही ख्याल आ रहा था कि किसी तरह से जान बच जाए हे भगवान हे भगवान स्वामी जी ने कहा देखो युवा जिस तरह तुम अपने पुत्र में पत्नी में धन में संपत्ति में आसक्त हो और कुछ भी ख्याल नहीं आया सिर्फ एक परमात्मा का ख्याल आया और वास्तविक जीवन में अगर यह ख्याल परमात्मा के प्रति लगाओगे और शरीर गुरु से युक्ति जान करके अगर करोगे तो पल भर में दर्शन होगा यह बात सरवन सत्य है करके देख सकते हो

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