सज्जनों!
आज आप लोगों को बहुत ही अचूक और अत्यंत उपयोगी बातें आप लोगों के सामने प्रस्तुत करने जा रहा हूं और वह है ध्यान अभ्यास सबसे पहले ध्यान कैसे किया जाता है वैसे तो सुन गत मन को ध्यान कहते हैं ध्यान अभ्यास करने से अनेकों समस्या का समाधान होता है अनेकों तरह के विकार का क्षय हो जाता है
👉🧘♂️1. पहला है कि आपके भविष्य में जन्मों-जन्मों का जो पाप का अग्नि है वह ध्यान योग से नष्ट हो जाता है और वह सुखी हो जाता है.
👉🧘♂️2. दूसरा अगर आप योग व्यायाम करते हैं तो इसमें आपको ज्यादा शरीर को थका ना पड़ता है लेकिन अगर आप ध्याना अभ्यास करते हैं तो प्राणायाम और योग दोनों साथ साथ हो जाते हैं वह भी पूरा आराम से अलग से उसको प्राणायाम और योग नहीं करना पड़ता है ..
👉🧘♂️3.तीसरा फायदा ध्यान अभ्यास करने से मन में उठ रहे तरह-तरह के विचार तरह-तरह के शंकाएं तरह-तरह के समस्याएं पर काबू करने में आसानी होती है और विचार पवित्र होता है...
👉🧘♂️4. चौथा ध्याना अभ्यास करने से मन में शांति की अनुभूति होती है और मलिनता दूर होता है....
👉🧘♂️5. पचमा ध्याना अभ्यास करने से शरीर मन इंद्रियों को बस में कर सकते हैं जिससे जीवन जीवन संयमित होता है और आनंद मिलता है.....
👉🧘♂️6. छठा ध्यान अभ्यास करने से अगर आप किसी भी परेशानी में परे हुए हैं तो उससे हल होने का उपाय मिलता है और हौसला बढ़ता है ......
👉🧘♂️7.सातवां ध्याना अभ्यास करने से शरीर के अंदर एक ऐसा ऊर्जा का संचार पैदा होता है एक ऐसा ऊर्जा की उत्पत्ति होती है जो हमें उर्ध्वगति की ओर ले जाती है
हमें उच्च व्यक्तित्व की ओर इशारा करता है और हमें अंधकार मंडल से बाहर ले जाता है
👉🧘♂️8.आठवां ध्याना अभ्यास करने से आवागमन का चक्र कट सकता है इसके अलावा दुनिया में ऐसा कोई उपाय नहीं है जो आवागमन के चक्र को काटने का कोई हथियार है और वह अगर कोई हथियार है तो वह है ध्याना अभ्यास अगर आप आत्मा और परमात्मा के विषय में जानना चाहते हैं और अनुभव के आधार पर भी प्रमाणिकता के आधार पर भी जानने का सबसे अच्छा और अचूक उपाय है ध्यान अभ्यास ।
*ध्याना अभ्यास करने से आत्मा और परमात्मा एक में कर सकते हैं आवागमन के चक्र से दूर हो सकते हैं और सभी तरह के जंजाल को खत्म कर सकते हैं
👉🧘♂️10.दशमा ध्याना अभ्यास करने से आज संसार में चारो और अशांति फैली हुई है इसको खत्म किया जा सकता है।
शांति लाया जा सकता है और उन्नति कर सकते हैं ऊर्जा को भर सकते हैं और इतना ही नहीं अपने जीवन की आयु में भी बढ़ोतरी होता है क्योंकि ध्यान अभ्यास करने से सांस की गति को नियंत्रित करने में बल मिलता है और जिससे आयु की वृद्धि होती है और वह 100 वर्ष तक जी सकते हैं स्वस्थ रह सकते हैं और आज यह पूरे विश्व की समस्या है सभी अशांति से जूझ रहे हैं चारों ओर लूटपाट मचा हुआ है इन सब से निपटना है अगर सुख चाहते हैं शांति चाहते हैं परमात्मा चाहते हैं परमात्मा से मिलन चाहते हैं सभी तरह के समस्याओं का एक ही हल है" ध्याना अभ्यास यह मूल बिंदु है इसी के द्वारा सभी तरह के समस्याओं का समाधान किया जा सकता है "
जो आप लोगों के सामने प्रस्तुत किया गया और जब भी कभी शांति आएगा तो ध्यान अभ्यास से ही और दूसरा कोई उपाय नहीं है
"अपने मन को आत्म केंद्रित करने से ही शांति आएगा" और दूसरा कोई उपाय से नहीं
" संयमित जीवन जीने से और ध्यान अभ्यास करने से आप शांति को प्राप्त करेंगे"
और दूसरे को भी प्रेरणा देंगे और प्रेरणा स्रोत बनेंगे आपका ही लोक और परलोक दोनों ही सुधर जाएगा और अंत में परम प्रभु परमात्मा के धाम जाओगे और अमित सुख पाओगे आवागमन के चक्र से छूट जाओगे।।
गुरुवार, 16 मई 2019
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