2019 का चुनाव बीत चुका है रिजल्ट भी घोषित किया जा चुका है और इसके साथ मोदी सरकार भी बन गया अब यहां पर सोचने वाली बात है कि विपक्ष के लिए भी उतना संख्या नहीं है जो विपक्ष का दर्जा हासिल कर ले कांग्रेस के पास सिर्फ 52 सांसद है अभी और उसको सांसद की जरूरत है कांग्रेस पार्टी का मानना है जब तक मेरे पास 55 सांसद नहीं हो जाते तब तक मैं भी पक्षी का दर्जा नहीं मांगेंगे और इसके लिए मैं हमेशा प्रयास करता रहूंगा और देश की अच्छाई और भलाई के लिए एक विपक्ष की तरह भूमिका निभाता रहूंगा यह तो कहने मात्र से रह गया कब तक में विपक्षी का दर्जा प्राप्त करता है यह तो आने वाले समय बताएगा लेकिन जिस तरह से हिंदुस्तान की जनता ने मोदी में अपना पूरा विश्वास दिखाया कि पूरा विपक्ष को बोना बनना पड़ गया या ऐसे कह सकते हैं कि हिंदुस्तान में सारे विपक्षी पार्टी को मोदी ने बोना बना दिया अब यहां पर बात यह है कि आखिर सभी विपक्षी पार्टी बोना क्यों बन गए इनका एक ही कारण है कि विपक्षी में एकता नहीं सभी में अपने अपने पद की लोग और आकांक्षा भरी हुई है और देश हित सर्वोपरि नहीं रहने के कारण जनता ने उसे ही सर्वोपरि पद से हटा दिया जबकि एक संविधान को और एक देश को चलाने के लिए सरकार और विपक्ष दोनों का ताकतवर होना जरूरी है अगर ऐसा नहीं हो तो इससे देश को सतर्क रहना चाहिए जबकि यह सारा ठीकरा विपक्षी पार्टी की गलती पर फोड़ा गया जिस तरह से विपक्षी पार्टी ने सेना के शौर्य पर सवाल उठाया और अपने भतीजे भांजे के प्यार में विपक्ष का दर्जा भी हासिल नहीं कर पाया परिवारवाद और वंशवाद के कारण विपक्षी पद भी हासिल नहीं कर पाया और विपक्षी पार्टी को इस साल शब्द को सोचना पड़ेगा और उस पर मंथन करके निर्णय लेना पड़ेगा और एकजुट होना पड़ेगा क्योंकि यह लोकतंत्र के लिए जरूरी है लेकिन कुंठित भाव आपसी वैमनस्यता और अय्याशी प्रवृत्ति को छोड़ कर के देश हित सर्वोपरि हो ऐसा बात सोच कर के कार्य करें संसद को चलने में सहायता करें और अच्छे कार्य में सरकार का सपोर्ट करें अगर कहीं पर कमी दिखाई दे तो उसका पुरजोर विरोध करें लेकिन जो कार्ड देशहित में है अगर उसका विपक्षी विरोध करता है तो बाद में वही मोदी सरकार फिर जनता के सामने मुद्दा उठाएगा और विपक्ष को फिर विपक्षी बनने का भी मौका नहीं मिलेगा इसलिए यह मौका है विपक्षी को विपक्षी बनने का और इस अवसर का लाभ पूरा पूरा उठाएं विपक्षी वरना नहीं तो अगले चुनाव में विपक्षी को साफ होना पड़ जाएगा जो देश के लिए बहुत ही खतरनाक होगा इसलिए सभी विपक्षी दलों को इस बात पर मंथन करना होगा कि देश हित पर कार्य करें देश ही पर सोचे और अपने अंदर जो व्यवस्था का भाव है उसे खत्म करें अगर ऐसा नहीं करते हैं तो धीरे-धीरे जितने भी विपक्षी पार्टी है सभी का कैरियर चौपट हो जाएगा और जनता सभी को नकार देगी क्योंकि हिंदुस्तान की जनता पूरे विश्व में सबसे अधिक है लोकतंत्र के इस पर्व में भागीदार में सबसे अधिक हिंदुस्तान के ही जानता है और यहां की जनता पर पूरा दुनिया की नजर रहती है और हिंदुस्तान की जनता में वह ताकत है जो पूरा विश्व को हिला सकती है तो फिर अगर देश के विपक्षी पार्टी गलत कार्य करें तो उसको कैसे छोड़ देंगे उसको तो रसातल पहुंचा ही देंगे इसलिए विपक्षी दल को आपसी रंजिश को भुला कर के देश हित में कार्य करने का प्रयास करें नहीं तो मोदी सरकार बोना तो बना दिया है विपक्ष को और पूरी तरह से बना देगा जो बाद में फिर खड़ा होने के लायक भी नहीं छोड़ेगा अब आगे मुद्दा है कश्मीर का और मेरा सोच है कि कश्मीर मुद्दा पर सभी विपक्षी दलों को एक होकर के कश्मीर के हक में जो बात है उस पर निर्णय लेने में सरकार का पूर्ण रूप से सपोर्ट करें चाहे परिसीमन का मामला हो चाहे धारा 370 या 35a का मामला हो इस पर जो सुदृढ़ निर्णय होता है उस पर विपक्षी का भी एक दायित्व बनता है कि उसका साथ दें और गलत है उसका उसको बताएं अन्यथा सपोर्ट करें नहीं तो जनता ने इसी मुद्दा के कारण मोदी को साथ दिया है इस पर विपक्षी ने आनाकानी किया तो अगले चुनाव में विपक्ष का नाम ही नहीं बचेगा इसलिए हिंदुस्तान की जनता से खेलने की कोशिश नहीं करें आज के नेता बहुत जल्दी ही सदन का कार्रवाई शुरू होने वाला है लोकसभा का सत्र प्रारंभ होने वाला है और इसमें पक्ष और विपक्ष का दायित्व बनता है कि जनता की पैसा को बर्बाद किए बिना जनता के हक में जो निर्णय होता है उसको ले समय की बर्बादी नहीं करें क्योंकि हिंदुस्तान को विश्व में सबसे आगे बढ़ना है अगर विश्व में सबसे आगे बढ़ना है तो पक्ष और विपक्ष दोनों को साथ मिलकर आगे काम करना होगा जो देश हित में हो आज एक देश में आर्थिक वृद्धि की समस्या है बेरोजगारी की समस्या है और अनेक तरह से समस्याओं से ग्रसित है और इस समस्या से लड़ने के लिए सरकार और विपक्ष आपस में एक होकर के इस सारे समस्या को खत्म करें और जम्मू कश्मीर में जो परिसीमन का मुद्दा चल रहा है उस पर अगर विपक्ष सपोर्ट करता है वहां पर परिसीमन होता है तो अन्य राज्य के तुलना में यह राज भी अच्छा होगा और यहां पर जो यह पत्थरबाज है अलगाववादी है आतंकवादी है इस तरह की समस्या पर अधिकांश लगाम जरूर लगेगा क्योंकि कश्मीर में ज्यादा विधानसभा सीट रहने के कारण वहां पर जो नेता का वर्चस्व रहा है अधिकांश महबूबा परिवार और अब्दुल्ला परिवार का और परिसीमन होने से इन दोनों का राजनीतिक कैरियर चौपट हो जाएगा जिससे वहां का विकास भी होगा जम्मू कश्मीर हिंदुस्तान के मुख्यधारा में जुड़ जाएगा और जो अलगाववादी है आतंकवादी है उस पर पूर्ण रूप से लगाम लगेगा इसलिए आशा करते हैं कि विपक्षी दल एक साथ मिलकर के और साथ साथ में सरकार भी अपना निष्पक्ष तौर पर पक्ष रखते हुए जम्मू कश्मीर में परिसीमन का काम करें और जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35a को खत्म करने का जल्द से जल्द निर्णय लें जिससे जम्मू कश्मीर का पूर्ण रूप से विकास होगा और आतंकवाद खत्म होगा जिससे हमारा अपना देश का गौरव बढ़ेगा और देश में शांति आएगा अगर इस पर भी विपक्ष राजनीति करता ही रहेगा अपनी राजनीतिक कैरियर बचाने के लिए तो उसको कोई नहीं बचाने वाला है कि विपक्ष का दर्जा भी मिले क्योंकि तब जनता के बीच में जाकर के मोदी बता देगा यह देश के हित से खिलवाड़ कर रहा है और फिर जनता उसको बना बना देगा अर्थात मोदी देश में विपक्ष को बना बना देगा फिर कभी उठने का मौका नहीं मिलने वाला है सिर्फ यही मौका है इस मौका को विपक्षी दल नहीं गवाएं और इसका लाभ उठाएं यही जाकर के आगे मैं साथ देने वाला है
बुधवार, 5 जून 2019
क्या देश में मोदी विपक्षी को बौना दे बना दिया
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श्री सद्गुरवें नमः आचार्य श्री रचित पुस्तक "पूर्ण सुख का रहस्य" से लिया गया है।एक बार अवश्य पढ़ें 👇👇👇👇👇👇👇👇 : प...
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