
नाड़ी शोधन प्राणायाम कैसे करें
विधि:-
प्रारंभ में नाड़ी शोधन प्राणायाम करने के लिए
अनुलोम विलोम की भांति हम दाएं नासिका को बंद करके
बायें नासिका से श्वास को अंदर भरते हैं
पूरा श्वास अंदर भरने पर प्राण को यथाशक्ति
अंदर ही रोककर मूलबंध और जालंधर बंध लगाना चाहिए
फिर जालंधर बंध हटाकर स्वास को अत्यंत धीमी गति से दाएं नासिका से बाहर छोड़ना चाहिए
पूरा श्वास बाहर होने पर दाएं स्वर से सांस को
धीरे धीरे अंदर भरकर अंतः कुंभक करते हैं
यथाशक्ति अंदर ही प्राण को रोककर
फिर बाय स्वर से स्वास को धीरे-धीरे बाहर निकाल दें
यह चक्र नाड़ी शोधन प्राणायाम का एक चक्र पूरा हुआ
यह क्रिया को एक से तीन बार या उससे अधिक बार भी
हम अपनी इच्छा अनुसार जितना चाहे कर सकते हैं
लाभ:-
सभी लाभ अनुलोम विलोम प्राणायाम के बिल्कुल समान हैं
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