प्राणायाम की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए
आज आप लोगों के बीच एक नए प्राणायाम बताने जा रहा हूं
जिसका नाम है कर्ण रोगान्तक प्राणायाम
प्राणायाम करने की विधि
विधि:-
इस प्राणायाम में दोनों नासिका से पूरक करके
फिर मुंह एवं दोनों नासिकाए बंद कर
पूरक की हुई हवा को बाहर धक्का देते हैं
जैसे कि सांस को कानों से
बाहर निकालने का प्रयास किया जाता है
सांस को चार से पांच बार ऊपर की ओर धक्का देकर
फिर नासिकाओ से रेचक करना चाहिए
यह दूसरे तीन बार करना पर्याप्त रहता है
लाभ :-
1.करण रोगों में अधिक लाभप्रद है
2. बहरापन में भी अधिक लाभप्रद है
सोमवार, 16 सितंबर 2019
कर्ण रोगान्तक प्राणायाम कैसे करें
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