संसार में सबसे सुखी रहने का एक ही उपाय है
कि आप योग करें योग करने से मन में शांति आती है और
तनाव कम होता है
और हमेशा पॉजिटिव विचार का संचार होता है
और हमेशा मुस्कान युक्त चेहरा नजर आता है
और बहुत ही ओजपूर्ण तेज निकलता है
और उससे दूसरा व्यक्ति भी प्रभावित होता है
इसलिए योग करे निरोग रहे और दूसरों को भी प्रेरित करें
खुद स्वस्थ रहें दूसरों को भी स्वस्थ रहने के लिए बताएं
तो आज इसी कड़ी में हम लोग पद्मासन के बारे में जानेंगे
इससे पहले सुखासन सिद्धासन के बारे में पूरा डिटेल से
आप लोगों को बता दिया हूं
आप पिछला जाकर के आर्टिकल पढ़ सकते हैं
पूरा विस्तृत रूप से और बहुत ही अच्छा तरीका से समझाया गया है
तो चलिए हम लोग सिद्धासन पढ़
लिए सुखासन भी पढ़ लिए अब
पद्मासन कैसे करें ?
विधि:-
दंडासन में बैठकर दाएं पैर के बाएं पैर के जांघ पर रखो
इसी प्रकार फिर बाएं पैर को दाहिने जगहों पर स्थिर करें
अपना मेरुदंड को सीधा रहने दें
सुविधा अनुसार बाएं पैर को दाएं पैर के जंघे पर भी रख कर दाएं पैर को बाएं पैर भी रखकर स्थिर कर सकते हैं
दोनों हाथों की अंजुलि बनाकर (बाया हाथ नीचे दाया हाथ ऊपर) अंक (गोद में रखें) नासिका अग्र अथवा किसी स्थान पर मन को केंद्रित करके अपने दोनों भौहों के बीच में अपना ध्यान केंद्रित करके इष्ट देव का ध्यान लगाएं
प्रारंभ में चाहे तो आप 1 मिनट 2 मिनट तक कर सकते हैं
फिर धीरे-धीरे समय को बढ़ाते जाएं
लाभ :-
ध्यान के लिए बहुत ही उत्तम आसन है
मन की एकाग्रता और प्राण उत्थान में सहायक है
जठराग्नि को तीव्र करता है
और बात व्याधि में भी काफी कारगर है और लाभप्रद भी है
रविवार, 13 अक्तूबर 2019
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
अंतर अजब बिलास-महर्षि हरिनंदन परमहंस जी महाराज
श्री सद्गुरवें नमः आचार्य श्री रचित पुस्तक "पूर्ण सुख का रहस्य" से लिया गया है।एक बार अवश्य पढ़ें 👇👇👇👇👇👇👇👇 : प...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
kumartarunyadav673@gmail.com