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रविवार, 13 अक्टूबर 2019

पद्मासन कैसे करें

संसार में सबसे सुखी रहने का एक ही उपाय है कि आप योग करें योग करने से मन में शांति आती है और तनाव कम होता है और हमेशा पॉजिटिव विचार का संचार होता है और हमेशा मुस्कान युक्त चेहरा नजर आता है और बहुत ही ओजपूर्ण तेज निकलता है और उससे दूसरा व्यक्ति भी प्रभावित होता है इसलिए योग करे निरोग रहे और दूसरों को भी प्रेरित करें खुद स्वस्थ रहें दूसरों को भी स्वस्थ रहने के लिए बताएं तो आज इसी कड़ी में हम लोग पद्मासन के बारे में जानेंगे इससे पहले सुखासन सिद्धासन के बारे में पूरा डिटेल से आप लोगों को बता दिया हूं आप पिछला जाकर के आर्टिकल पढ़ सकते हैं पूरा विस्तृत रूप से और बहुत ही अच्छा तरीका से समझाया गया है तो चलिए हम लोग सिद्धासन पढ़ लिए सुखासन भी पढ़ लिए अब पद्मासन कैसे करें ? विधि:- दंडासन में बैठकर दाएं पैर के बाएं पैर के जांघ पर रखो इसी प्रकार फिर बाएं पैर को दाहिने जगहों पर स्थिर करें अपना मेरुदंड को सीधा रहने दें सुविधा अनुसार बाएं पैर को दाएं पैर के जंघे पर भी रख कर दाएं पैर को बाएं पैर भी रखकर स्थिर कर सकते हैं दोनों हाथों की अंजुलि बनाकर (बाया हाथ नीचे दाया हाथ ऊपर) अंक (गोद में रखें) नासिका अग्र अथवा किसी स्थान पर मन को केंद्रित करके अपने दोनों भौहों के बीच में अपना ध्यान केंद्रित करके इष्ट देव का ध्यान लगाएं प्रारंभ में चाहे तो आप 1 मिनट 2 मिनट तक कर सकते हैं फिर धीरे-धीरे समय को बढ़ाते जाएं लाभ :- ध्यान के लिए बहुत ही उत्तम आसन है मन की एकाग्रता और प्राण उत्थान में सहायक है जठराग्नि को तीव्र करता है और बात व्याधि में भी काफी कारगर है और लाभप्रद भी है

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