आज एक नया आसन के बारे में हम लोग विस्तार से जानेंगे
और उस आसन का नाम है भुजंगासन तो चलिए
हम लोग अब पढ़ते हैं भुजंगासन कैसे करते हैं
प्रथम पोज में
विधि:-
इसमें पेट के बल लेट जाएं
हाथों की हथेलियां भूमि पर रखते हुए
हाथों को छाती के दोनों ओर रखें
कोहनी ऊपर उठी हुई और भुजाएं छाती से सटी होनी चाहिए
उसके बाद पर सीधे और पंजे आपस में मिले हुए हो
पंजे पीछे की ओर तने हुए भूमि पर टिके हुए हो
स्वास अंदर भर कर छाती और सिर को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं
नाभि के पीछे वाला भाग भूमि पर टिका रहना चाहिए
सिर को ऊपर उठाते हुए ग्रीवा को जितना
पीछे की ओर मोड़ सकते हैं मोड़े
इस स्थिति में करीब करीब 30 सेकेंड तक रहना चाहिए ।
दूसरा पोज
विधि :-
इस पोज में बाएं हाथ के ऊपर दाएं हाथ को रखकर पूर्ववत करें
इस क्रिया को कम से कम तीन चार बार अवश्य करें
लाभ:-
सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस एवं स्लिप डिस्क आदि
समस्त मेरुदंड के रोगों के लिए बहुत ही
महत्वपूर्ण यह आसन है
और यह आसन हर स्वस्थ व्यक्ति को
स्वस्थ रहने के लिए करना चाहिए ॐ
बुधवार, 30 अक्तूबर 2019
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