यहां पर आप को दुनिया का सबसे शानदार और रोचक तथ्य के बारे में बताया जाएगा और हिंदुस्तान के अलावा पूरा विश्व के बारे में

मेरे बारे में

Breaking

शुक्रवार, 3 अप्रैल 2020

दुख में कोई काम न आया था

✍✍✍स्वरचित ✍✍✍


आज भी दुख की बात याद आता है
सच कहूँ आंखों में आंसू भर आता है।

पिताजी जब घर में ही बीमार था

उठाने के लिए कोई नहीं तैयार था।।1।।आज......


उस दिन वह भी काम नहीं आया था
जिस  वंदा मैं अपने साथ लाया था
अपने हाथों से पढ़ाना सिखाया था
बिना नींद का उस दिन अंठाया था।।2।।आज......


बगल में एक डॉक्टर साहब रहता था
हमेशा दिन रात बातें करते रहता था
मुझे तो उस दिन वह भी ठुकराया था
आधी रात को अपने दर से घुमाया था।।3।।आज......


अपना दियाद रात का बहाना बनाया था
पड़ोस के शर्मा जी ही काम आया था।

उन्होंने ही गोद में पिताजी को उठाया था

हॉस्पिटल ले जाकर इलाज  करवाया था।।4।।आज.......


मेरा रूपये तो  कितनों के काम आया था

कितनों का समय पर जान भी बचाया था।

उसदिन रूपया के लिए बहुत झल्लाया था

ये उस परम प्रभु सर्वेश्वर की कैसी माया था।।5।।आज.........


''

तरुण''यह दुनिया ने एक बात बताया था
रूपये नहीं रहने पर कोई काम न आया था
आज भी दुख की बात याद आता है
सच कहूँ आंखों में आंसू भर आता है।।

✍✍✍तरुण यादव रघुनियां ✍✍✍

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

kumartarunyadav673@gmail.com

अंतर अजब बिलास-महर्षि हरिनंदन परमहंस जी महाराज

श्री सद्गुरवें नमः आचार्य श्री रचित पुस्तक "पूर्ण सुख का रहस्य" से लिया गया है।एक बार अवश्य पढ़ें 👇👇👇👇👇👇👇👇 : प...